松滋人网

 找回密码
 注册
楼主: 流苏断黛

[心情] [讨论]爱情到底有多伟大?

[复制链接]
发表于 2005-6-25 19:27:42 | 显示全部楼层

不好说,这东西是需要物资作基础的

回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-6-22 13:55:38 | 显示全部楼层
是的,,啾啾就是直爽。。。我觉得就是这样,,要因人而宜,看彼此是否真诚。如果彼此真的真诚,那么他就伟大,如果是有其它的目的,,再怎么也伟大不起来。
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-6-22 15:38:18 | 显示全部楼层

把我想要表达的意思都完整补充了!

嘿嘿……

[em06][em06]
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-1 18:36:11 | 显示全部楼层

有人说爱情是杯水,因为它清纯,也有人说爱情是杯茶,因为它耐品而且入味。

到底是什么呢,只有喝过的人才有味觉!

不过我觉得爱情就像海绵里的水,因为有内含!

回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-8 11:51:49 | 显示全部楼层
平平淡淡才是真  
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-21 14:55:46 | 显示全部楼层
爱情这东西没个标准的。因为爱情没有办法计划。就像我,如今还是一个孤苦伶仃的人。可是我也爱过,恨过,可是那时过去,现在,我不再相信这个世界上还有着真爱。真的。看透了,伤透了。[em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05][em05]

真的很不相信感情呢,想来就心酸。你们知道伤心欲绝的滋味吗?就是一听到你曾经爱过人的名字你的心理就无助的样子。
唉,你们还小,不懂的。
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-7 21:54:19 | 显示全部楼层
会不回游泳,跳到水里去试试.....................[em01]
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-10 09:04:44 | 显示全部楼层
世间有这样的猪,可惜人还不如猪.[em03][em03][em03]
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-20 20:29:25 | 显示全部楼层
凡事都要亲力亲为!!!
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-24 00:25:33 | 显示全部楼层
[em07][em07]
爱情的伟大~``
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-8-7 09:42:11 | 显示全部楼层
呵呵~~~~~~~
看开点
生活会开心点,不是吗??
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-7-24 22:10:33 | 显示全部楼层
爱情之所以伟大
是因为这世界上,根本就没有人去弄懂她!
所以爱情之伟大


[em05] FruUxU0O.gif
[此贴子已经被作者于2005-7-24 22:11:37编辑过]

回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-8-1 21:51:45 | 显示全部楼层
  

世上难有永恒的爱情,世上绝对存在永恒不灭的亲情。一旦爱情化解为亲情,它的根基就不会建筑在沙土上。
我只是在说亲情。
某些人的爱情,只是一种“当时的情绪”。如果对方错将这份情绪当做长远的爱情,是他本身的幼稚。
不要担心自己健忘。
健忘总结比什么都记得来得坦然。
爱情的路上,坦然的人最是满坑满谷。一刹那的真情,不能说那是假的。
爱情永恒,不能说只有一刹那。
爱情,如果不落实到穿衣、吃饭、数钱、睡觉这些实实在在的生活里去,是不容易天长地久的。有时候,我们又误以为一种生活的习惯—对一个男人的或女人的,是一种爱情。
爱情不是必需品,少了它,心中却也荒凉。荒凉日子难过,难过的又岂止是爱情?爱情有如甘霖,没有了它,干裂的心田,即使撒下再多的种子,终不可能滋发萌芽的生机。真正的爱情,绝对是天使的化身。

[em05]
回复 支持 反对

使用道具 举报

 楼主| 发表于 2005-8-1 22:51:47 | 显示全部楼层
婚姻,可以维系很久的原因不是因为爱情可以永恒不变,而是因为经过婚姻的爱情可以转化为亲情,然后通过责任、习惯等来维系长久。
回复 支持 反对

使用道具 举报

发表于 2005-8-7 12:13:20 | 显示全部楼层
喔豁哒!
嘿嘿
[em05]
回复 支持 反对

使用道具 举报

您需要登录后才可以回帖 登录 | 注册

本版积分规则

Archiver|小黑屋|松滋人网 ( 鄂ICP备2023004758号-2 )

GMT+8, 2025-2-12 01:50

Powered by Discuz! X3.4

© 2001-2023 Discuz! Team.

快速回复 返回顶部 返回列表